रिंग रोड का अटका काम, पैकेज टू-ए का टेंडर निरस्त
कानपुरः 95 किलोमीटर लंबी रिंग रोड परियोजना का चार पैकेजों में निर्माण हो रहा है। फरवरी में पैकज टू-ए का मंबना से ट्रांसगंरा सिटी एक करीब आठ किमी लंबी रिंग रोड के निर्मान का टेंडर निव्याप्ता थ। हालांकि तकनीकी कमियों के चलते टेंडर निरस्त कर दिया गया। अब दोबारा से इस पैकेज का टेंडर निकालने में दो माह से अधिक का करत लगेगा।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) शहन के चारों तरफ 93.20 10 किलोमेंटर का रिंग रोड का निर्माण करा रहा है। चार अलग-अलग पैकेज में रिंग रोड च्व निर्माण होना है जिसमें पैकेज वन सचेंडी से महाराजपुर व पैकेज फोर उरकला से पकरी जया डिफेंस फारिडोर से होते हुए, पैकेज टू-बी में ट्रांसगंगा सिटी से उन्नाव-शुक्लागंज होते हुए लखनऊ एक्सप्रेसले तक 19 किमी तक निर्माण शुरू हो चुका है।
कहीं पैकेज दू-ए के तहत मंधना-बिदुर से होते हुए ट्रांसगंगा सिटी तक के निर्माण में 371 करोड़ रुपये का बजट खर्च होगा। इसके लिए एनएचआई ने 95 करोड़ 54 लाख रुपगे जमीन खरीदने में खर्च किया है। फरवरी में इस पैकेज निर्माण के लिए टेंडर निकाले गए थे लेकिन तकनीकी खामियों में ठातन टेंडर निरस्त हो गया। हालांकि रिटेंडरिंग की प्रक्रिया में दो माह से अधिक का वक्त लग जाएगा। इस परियोजना का निर्माण हैपीसी मोड (इंजीनियरिंग धिक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन। में किया का का है। इसमें सौ प्रतिशत बजट एनएचएआइ खर्च करेगा।
रिंग रोड में तीन पैकेजी में काम शुरू हो चुका है। माह के अंत तक पैकेज टू-ए का निर्माण कार्य शुरू करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण पैकेज टू-ए का टेंडर निरस्त कर दिया गया है। इस पैकेज के लिए रिटेंडरिंग की कार्रवाई होगी। उसमें वक्त लगेगा। अमन रोहिल्ला परियोजना निर्देशक HNI
सात सौ हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण कर रहा एनएचएआइ
एनस्थपआई रिंग रोड निर्माण के लिए सात सौ हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण कर रहा है। पैकेज टू-पकी जमीन का अधिग्रहण करने की कार्रवाई पूरी होने के बाद टेंडर निकाला गया था। इस परियोजना के निर्माण के लिए केंद सरकार 40 असा 77 करोड़ रुपये का बजट खर्च कर रही है। एनएवधाजऊ के इंजीनियरों ने बताया कि वर्ष 2027 में रिंग रोड परियोजना का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
एनएचएआइ रामनगर में बनाएगा रैंप
अलीगढ़-कानपुर हाईवे में विदूर के पास रामनगर गार में हाईवे में आने जने के लिए रैप की सुविधा मिलेगी। विधान परिषद सदस्य अरुण पाटक ने परेशानी को लेकर पनक्चएआइ से शिकायत की थी। मामले का संञ्चान लेकर एनएचएआइ के परियोजना निदेशक अमन रोहिल्ला स्थलीय निरीक्षण रैप बनाने के निर्देश दिए है।