Up News: दारोगा के निलंबित एसीपी से कनेक्शन खंगाल रहे अधिकारी

अरुण कुमार
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डेस्क न्यूज (कानपुर)।  आइआइटी की शोधार्थी से यौन उत्पीड़न के मामले में निलंबित एसीपी मोहसिन खान को बचाने का खेल करने में लाइन हाजिर हुए दारोगा के एसीपी से कनेक्शन खंगाले जा रहे हैं। अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर उन्होंने किन परिस्थितियों में ऐसा किया था। इसकी जांच चल रही है। वहीं, नवाबगंज थाने में मुकदमा ट्रांसफर होने की प्रक्रिया जारी है।


आइआइटी की शोधार्थी ने 12 दिसंबर 2024 को कल्याणपुर थाने में तत्कालीन एसीपी कलक्टरगंज मोहसिन खान के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद शोधार्थी ने मोहसिन पर धमकाने का भी मुकदमा दर्ज कराया। 29 दिसंबर को आरोपित को हाई कोर्ट से अरेस्ट स्टे मिल गया।

रिपोर्ट भेजने के आदेश

 हालांकि बाद में एसीपी को निलंबित किया गया। इसके बाद एसीपी की पत्नी सुहैला सैफ ने शोधार्थी पर आवास आकर उन्हें व पति को धमकाने, वसूली आदि आरोप लगा कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। कोर्ट ने पुलिस को इसकी जांच रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए थे। घटनास्थल नवाबगंज थानाक्षेत्र होने के बाद भी इस प्रार्थना पत्र पर बिना इंस्पेक्टर की जानकारी रावतपुर थाने के दारोगा राजेश प्रसाद बाजपेई ने खेल किया और बिना अधिकारी की अनुमति के दूसरे थाना क्षेत्र के प्रार्थना पत्र पर जांच रिपोर्ट बना कोर्ट में लगा दी। जानकारी होने पर

दबाव में गलत रिपोर्ट का मामला

यौन शोषण में घिरे मोहसिन जांच के बाद रावतपुर थाने के दारोगा को किया गया था लाइन हाजिर बिना अधिकारी की अनुमति के दूसरे थाना क्षेत्र के प्रार्थना पत्र पर कोर्ट में लगा दी थी रिपोर्ट उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया। दारोगा ने एसीपी की पत्नी के प्रार्थना पत्र की जांच के लिए दूसरे थाना क्षेत्र क्यों गए और एसीपी से उनके कनेक्शन की जांच अधिकारी करा रहे हैं। दारोगा ने रुपयों की लालच में ऐसा किया या फिर एसीपी के दबाव में गलत रिपोर्ट लगाई।

एसीपी कल्याणपुर ने बताया 

 एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय ने बताया कि मुकदमा नवाबगंज थाने में स्थानांतित होगा। दारोगा की विभागीय जांच भी होगी।

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