राजमाता दुर्गा मंदिर बखिरा
नगर पंचायत बखिरा स्थित राजमाता दुर्गा मंदिर में भक्तों की आस्था है। जिला मुख्यालय से 16 मीटर दूर खलीलाबाद-मेंहदावल मार्ग पर बखिरा में राजा साहब की कोर्ट में माता का मंदिर स्थित है। सड़क पर स्थित मंदिर पर पहुंचने के लिए हर समय साधन सुलभ रहते हैं।
इतिहास
बखिरा स्थित मंदिर का इतिहास वर्षों पुराना है। यहां पर अनेक चमत्कार होने से आस्था बढ़ती गई। राजा साहब के कोर्ट के अंदर गर्भगृह मां की मूर्ति स्थापित है। करीब 160 वर्ष पूर्व इस मंदिर की स्थापना बाबू रामप्रताप सिंह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ने की थी। बखिरा की राजमाता के नाम से ख्याति प्राप्त मंदिर पूरे क्षेत्र के लोगों का कल्याण करने लगी। उसी समय से यहां पर पूजन-अर्चन का सिलसिला चला आ रहा है। मां की महिमा को देखते हुए स्थानीय व दूर-दराज के भक्त यहां पहुंचते रहते हैं।
विशेषता
मंदिर में हर समय भक्त पहुंचते रहते है। पर्व पर यहां पर धार्मिक कार्यक्रम होते रहते हैं। नवरात्र में पाठ व पूजन होता है। नियमित मां का श्रृंगार करके आरती की जाती है। पूजा एवं आरती के लिए हर दिन सुबह सात बजे इस मंदिर का पट खोल दिया जाता है।
ममंदिर में नियमित सफाई व दोनों समय आरती होती है। पूजन-अर्चन में क्षेत्र के भक्त सहभागी बनते हैं। आने वाले भक्तों की संख्या को देखते हुए उचित प्रबंध किया गया है। पूरा प्रयास रहता है कि भक्तों को कहीं से कोई समस्या न हो। - गौरीशंकर, पुजारी
हमारे पूरे परिवार पर मां की कृपा है। कोई भी कार्य शुरू करने से पहले हम सभी मां का आशीर्वाद लेते है। बिना विघ्न बाधा के कार्य पूरा होता है। - विशाल तिवारी, श्रद्धालु