मां दुर्गा मंदिर, आनंदनगर
आदर्श नगर पंचायत आनंदनगर कस्बे में मां का मंदिर स्थित है। आनंदनगर रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी महज एक किलोमीटर है। मां के भक्त टैक्सी व ट्रेन के माध्यम से यहां पहुंचते हैं। इस दुर्गा मंदिर पर नवरात्र भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। नवरात्र के दिन भर पूजा-अर्चन का सिलसिला जारी रहता है।
इतिहास
मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है। जनश्रुति के अनुसार सेठ आनंदराम जयपुरिया द्वारा आनंदनगर में गणेश शुगर मिल की स्थापना के लिए 1932 में मिल की चारदीवारी कराई जा रही थी। जिसमें खुदाई के दौरान उन्हें अति छोटा मंदिर भग्नावशेष के रूप में प्राप्त हुआ था। जिसका जीर्णोद्धार जयपुरिया द्वारा करा कर उक्त स्थान पर मंदिर और उसके बगल में तालाब का निर्माण कराया गया।
विशेषता
आनंदनगर कस्बे में स्थित दुर्गा मंदिर शक्तिपीठ के रूप में अपनी ख्याति अर्जित किए हुए हैं। यहां प्रत्येक सोमवार व मंगलवार के साथ ही नवरात्र में भक्तों की भीड़ जुटी रहती है। मान्यता है कि देवी के पिंडी रूप में दर्शन करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मां का मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र है। यहां दूर दराज से भी लोग मां का दर्शन पूजन करने के लिए पहुंचते हैं।
मंदिर शक्ति पीठ के रूप में प्रसिद्ध है। यहां जो भी भक्त मां का पूजन अर्चन करता है। उसकी सभी मुरादें मां दुर्गा पूरी करतीं हैं। नवरात्र में मां के दरबार में भक्तों की भीड़ लगी रहती है। - रविनंदन पाठक, पुजारी
मां जगत जननी अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं। यहां आने पर मन को बहुत ही शांति मिलती है। नवरात्र के दिनों में परिवार के साथ मां का आशीर्वाद लेती हूं। - डा. यामिनी त्रिपाठी, श्रद्धालु