सबकी मनोकामना पूर्ण करती हैं बलुआ समय माता
बलुआ समय माता का धाम आस्था का केंद्र है। लोगों का मानना है कि यहां मांगी गई हर मुराद को माता अवश्य पूर्ण करती हैं। शारदीय व वासंतिक नवरात्र में यहां जनपद ही नहीं बलरामपुर, गोंडा, बस्ती, संतकबीरनगर और श्रावस्ती से भी श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंचते हैं।
इतिहास
भवानीगंज थानाक्षेत्र के अहिरौला ग्राम सभा के जंगल में टिकुई का वृक्ष जो विलुप्त प्रजाति का है। इसी में माता का स्वरूप समाहित माना जाता है। बताया जाता है कि उक्त वृक्ष के नीचे कई सौ वर्ष पूर्व कामाख्या शक्तिपीठ से आए एक संत ने माता की आराधना की थी। उन्हें इस वृक्ष के नीचे ही सिद्धि की प्राप्ति हुई, जिसके बाद वह यहां से चले गए। तभी से आसपास के लोगों ने यहां पूजा पाठ प्रारंभ किया। माता यहां सभी की मनोकामना पूर्ण करती हैं। लंबे समय तक यह स्थान खुले में था कुछ वर्ष पूर्व जनसहयोग से बाउंड्रीवाल बनाकर इसे सुरक्षित करवाया गया।
विशेषता
प्राकृतिक परिवेश में स्थित मां का दरबार अत्यंत मनोरम है। यहां पहुंचकर श्रद्धालु अपने सभी दुख दर्द भूल जाते हैं। नवरात्र में दूर दराज से आए श्रद्धालु दर्शन करने के साथ मंदिर परिक्षेत्र के जंगल में भ्रमण कर प्रकृति की सुखद अनुभूति को महसूस कर आनंदित होते हैं।
इस स्थान की अपनी अलग महिमा है। यहां आकर सच्चे मन से मानी गई मनोकामनाएं माता सदैव पूरी करती हैं। वर्षों से यहां आसपास के साथ ही अन्य जिलों से लोग दर्शन करने आते हैं।
- विनोद दुबे, पुजारी
बलुआ समय माता का दर्शन पूजन अत्यंत शुभहै। यहां आकर मांगी गई मेरी सारी मनोकामना एं आज तक पूरी होती रही हैं। नवरात्र के अलावा भी अक्सर यहां दर्शन व पूजन अर्चन के लिए आता रहता हूं। - विजय मिश्र, श्रद्धालु