अब गांव- गांव पहुंचेगी 'Ai Bus'
लखनऊ : अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) सिर्फ टेक्नोलाजी का विषय नहीं रहेगा, बल्कि आम आदमी की जिंदगी का हिस्सा बनेगा। प्रदेश सरकार ने 'एआइ प्रज्ञा पोर्टल' के माध्यम से 10 लाख लोगों को एआइ प्रशिक्षित करने का लक्ष्य दिया है। इसे आगे बढ़ाने के लिए इंटेल जैसी कंपनी 'एआइ बस' के साथ गांवों में पहुंचेगी। वहीं, अलग-अलग सेंटर बनाकर सरकारी कर्मचारियों, शिक्षकों, विद्यार्थियों, चिकित्सकों को एआइ में बिना किसी शुल्क के प्रशिक्षित किया जाएगा।
एआइ प्रज्ञा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन
एआइ प्रज्ञा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद शुरुआती वीडियो के जरिये लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से परिचय कराया जा रहा है। पोर्टल पर आनलाइन कंटेंट उपलब्ध रहेगा, वहीं आफलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम भी तैयार किया गया है। जल्द ही इंटेल कारपोरेशन की साझेदारी में 'एआइ बस' चलाई जाएगी, जो हर गांव में पांच दिनों तक रुकेगी।
बस हाईस्पीड इंटरनेट से लैस
इस बस में हाईस्पीड इंटरनेट से लैस कंप्यूटर होंगे। यहां ग्रामीणों, खासतौर से किसानों को एआइ का प्रायोगिक (प्रैक्टिकल) ज्ञान दिया जाएगा, जिससे वे कृषि समेत अन्य क्षेत्रों में तकनीक का बेहतर इस्तेमाल कर सकें। राज्य समन्वयक नेहा जैन के अनुसार, सरकारी कर्मचारियों, शिक्षकों, विद्यार्थियों, चिकित्सकों और किसानों के लिए अलग-अलग कोर्स बनाए गए हैं। हेल्थ सेक्टर में गूगल के सहयोग से एआइ ट्रेनिंग होगी।