आत्महत्याएं रोकने को आइआइटी में खुलेगा सेंटर फार मेंटल वेलनेस
कानपुर : आइआइटी कानपुर में आत्महत्या की घटनाएं रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे। इसके तहत अगले दो महीने में सेंटर फार मेंटल वेलनेस शुरू किया जाएगा। इसमें हर समय एक वरिष्ठ मनोविज्ञानी व मनोचिकित्सक मौजूद रहेंगे। शोध छात्रों पर गाइड के दबाव को कम करने की रणनीति पर भी काम किया जाएगा। आइआइटी के निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में यह जानकारी साझा की। संस्थान में 15 माह में आत्महत्या की पांच घटनाएं हो चुकी हैं।
निदेशक ने बताया
निदेशक ने बताया कि पिछले डेढ़ साल के दौरान आत्महत्या की घटनाओं में अलग ट्रेंड दिखा कि सभी बच्चे ऐसे हैं जो परिपक्व अवस्था की ओर हैं और शोध कार्य से जुड़े हैं। ऐसे युवा अपनी समस्या आसानी से साझा नहीं कर रहे हैं।
छात्र-छात्राएं परेशानी बता
स्नातक के छात्र-छात्राएं परेशानी बता देते हैं तो समाधान हो जाता है। इसे देखते हुए सेंटर फार मेंटल वेलनेस शुरू करने का फैसला किया है। अभी 12 मनोचिकित्सकों की सेवाएं काउंसलिंग के लिए ली जा रही हैं। सेंटर में वरिष्ठ चिकित्सक व मनोविज्ञानी हमेशा रहेंगे। शोध कार्यों के दौरान गाइड की ओर से दबाव बनाया जाना जरूरी होता है। इससे शोधार्थियों को लाभ मिलता है लेकिन शोधार्थियों व छात्रों की मानसिक अवस्था के अनुरूप ही गाइड को दबाव बनाने की छूट दी जाएगी।